Cloud Computing क्या है
Contents
Cloud Computing शब्द से हम समझ रहे हैं,कि इसका क्षेत्र बहुत ही व्यापक है,और यह एक जगह स्थित नहीं है पूरे विश्व में इसका नेटवर्क फैला हुआ है,जिस तरह बादल भी एक जगह स्थित नहीं रहते हैं,कभी यहां रहते हैं,कभी और आगे कहीं चले जाते हैं,जिस कारण से इस क्षेत्र का नाम Cloud Computing रखा गया है जिसमें हमारा database एक जगह स्थित रहता है,और उसकी service को हम कहीं भी world में मोबाइल,लैपटॉप,डेस्कटॉप जिसमें internet connectivity हो हम उस service को use कर सकते हैं, इसके लिए हमें ना तो अपने office में server install करना है, और ना ही हमें software develop करने की जरूरत है, हम बस उसकी service को use करते हैं,और हमारा data secure रूप में centralized server में save होता रहता है, Cloud का सबसे अच्छा उदाहरण Googel और Gmail है |
Types of cloud computing in hindi
Cloud computing दो भागों में बटा हुआ है :-
Service Cloud computing
Delivery Cloud computing
Service Cloud Computing के 3 भाग होते हैं
Software as a Service
दोस्तों अगर आप किराना व्यापारी हैं,और अभी अपना काम manuali कर रहे हैं,और आपको अपने काम को software के माध्यम से करना चाहते हैं, तो आपको किसी software डेवलपर कंपनी से कांटेक्ट करना पड़ेगा और अपनी requirement उनको बतानी पड़ेगी इसमें हो सकता है एक 2 महीने का समय लग जाए और आप को मोटी रकम खर्च करनी पड़े लेकिन आप cloud यूज करते हैं,तो आप इन सभी झंझट से छुटकारा पा जाएंगे, आपको केवल service के लिए request भेजनी है,और अपना business requirements company को बताना है, केवल आपको internet connectivity की आवश्यकता होगी जिसके द्वारा आप अपने software को रन कर सकें इस service को जिसमे cloud company द्वारा software अपने server पर host किया गया हो और hardware भी जैसे server, cloud company द्वारा provide किया गया हो इस तरह की service को हम Software as a Service करते हैं,इसमें Email, CRM software आते हैं |
Platform as a Service
किसी भी सॉफ्टवेयर को डिवेलप करने के लिए हमें ऑपरेटिंग सिस्टम अगर आप सॉफ्टवेयर डेवलपर है तो प्लेटफॉर्म सॉफ्टवेयर जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट का visual studio और Sql server यह सभी चीजें आपको कंपनी से purchased करनी पड़ती है,जिसकी लागत ज्यादा भी हो सकती है(what is cloud computing know in Hindi) अगर आप क्लाउड सर्विस का यूज करते हैं तब यह सभी चीजें आपको क्लाउन प्रोवाइडर कंपनी द्वारा दी जाती है, जिसकी लागत बहुत ही कम होती है इस तरह की सर्विस जिसमें प्लेटफार्म क्लाउड प्रोवाइडर द्वारा दिया जाता है Platform as a Service कहते हैं |
Infrastructure as a Service
दोस्तों क्या कभी आपने सोचा है data space को भी rent पर लिया जा सकता है,जैसे कि आपके पास अगर data को store करने की capacity नहीं है, data से मतलब मेरा यह है, कि आप कोई भी file जैसे कि video, world file य आपके बिजनेस संबंधित data हो जो कि बहुत ही important हो उसको आप daily basis पर store करना चाह रहे हो और आपके पास इसके लिए secure server available नहीं हो तब आप cloud companies से contact कर data space को rent पर ले सकते हैं, जोकि बहुत ही सस्ता होगा और उसकी सिक्योरिटी के लिए भी आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा| Companies hardware और software की पूरी तरह से जिम्मेदारी लेती है| आप अपनी requirement के हिसाब से use कर सकते हैं,इस तरह की service जिसमें companies space provide करती हैं, Infrastructure as a Service कहा जाता है |
Delivery of cloud services 4 भाग होते हैं
निजी क्लाउड कंप्यूटिंग(Private Cloud Computing )
दोस्तों अगर आप highly secure data रखना चाह रहे हैं,तो Private Cloud आपके लिए एक बहुत ही अच्छा माध्यम है, मान लीजिए आपकी company data security पर काम करती हैं, और इस data को आप अपने server पर stall रखने जा रहे हैं और अपने software developer और database administrator रखना चाह रहे हैं, तो Private Cloud Computing आप के लिए बहुत ही अच्छा माध्यम है,Private Cloud में क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनियां यूजर के requirement के according डेटाबेस एक्सप्रेस और सिक्योरिटी लेवल को कम ज्यादा कर सकती हैं क्योंकि इसमें access limit user पर डिपेंड करती है |
सार्वजनिक क्लाउड कंप्यूटिंग(Public Cloud Computing)
दोस्तों क्या कभी आपने gmail, googel आदि का use कभी न कभी तो किया ही होगा जैसे कि आप Online Net Banking का use करते हैं, जिसका use आप कहीं भी कभी भी mobile या desktop computer से कर सकते,इसके लिए आपको केवल user id और password की आवश्यकता होती है |और आपने transition bank balance आदि चीजों को बहुत ही आसानी से देख print ले सकते हैं,जिसके लिए कभी आपको बैंकों में लंबी-लंबी लाइनें लगानी पड़ती थी |वह सब चीजें आज बहुत ही आसान हो गई है,इस तरह का सॉफ्टवेयर जिसका उपयोग हम बिना रोक-टोक के कहीं भी बहुत ही आसानी से करते हो यह software या तो free हो सकते हैं,या इसके लिए आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है,जैसे कि gmail और googel पूरी तरह से फ्री सॉफ्टवेयर जिसके लिए केवल आपको internet connectivity की आवश्यकता होती है,Public Cloud Computing कहे जाते हैं |
हाइब्रिड क्लाउड कंप्यूटिंग(Hybrid Cloud Computing)
Data security आज के समय में companies के लिए importants parts है,क्योंकि companies के पास clients का importants data रहता है,जिसके hack होने और चोरी होने का खतरा हमेशा बना रहता है, Private Cloud Computing का use करके हम इस खतरे को बहुत हद तक कम कर सकते हैं,और नॉर्मल रूटीन में होने वाले company work payroll , data entry और अन्य कार्यों के लिए हम public cloud computing का use कर सकते हैं| इसी तरह किसी कंपनी के पास दो requirement होती है, public और private cloud computing इसलिए cloud computing कंपनियों ने एक नया मॉडल विकसित किया है, जिसे Hybrid Cloud Computing कहते हैं, Hybrid Cloud Computing में Public और Private cloud दोनों आपस में मिले हुए होते हैं जिससे कंपनी का बजट कम होता है,और कंपनी का काम भी चल जाता है |
समुदाय क्लाउड कंप्यूटिंग(Community Cloud Computing)
अगर आप सोचते हैं, आपके द्वारा use हो रहा cloud service किसी दूसरी सहयोगी company के काम भी आ सकता है,और उसका domain भी same आप ही के जैसा हो तब आप अपनी Cloud service को दूसरी company के साथ शेयर कर सकते हैं,जिससे आपका और आपकी सहयोगी कंपनी की लागत में भारी कमी आएगी और आपका भी काम कम लागत में हो जाएगा,लेकिन इसमें सबसे important part है,आपका और आपके सहयोगी कंपनी का domain समान होना चाहिए ,और सुरक्षा अनुपात में भी समान होना चाहिए ,इस तरह की cloud service को हम Community Cloud Computing करते हैं |
क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ(Benefits of Cloud Computing )
Cloud के आ जाने से छोटे व्यापार करने वाले भी software को as service use कर सकते हैं, जिसका सीधा लाभ उनको business में होगा, और उनके व्यापार का तरीका भी बदलेगा | जो area अभी टेक्नोलॉजी में पीछे थे , software का use कर सकेंगे, उन्हें ना तो software develop करने में और मोटी रकम खर्च करनी पड़ेगी बल्कि कम खर्चे में भी वे software का use कर सकेंगे, उनका data पहले से अधिक सुरक्षित होगा उदाहरण के तौर पर यदि आप किसी software पर work कर रहे हैं, और अचानक आपका computer work करना बंद हो गया हो गया जिसके कारण आपका पूरा data loss हो सकता है, लेकिन cloud के आ जाने से यह सभी समस्याएं समाप्त हो गई हैं |
क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान(Disadvantages of Cloud Computing)
खामियों के बारे में बात करें तो इसमें data centralized server यानी कंपनियों के server में स्टोर रहता है, जिसके कारण कुछ हद तक data security issues आ सकते हैं,और हम software को as a service use करते हैं, जिसके कारण software code पर हमारा अधिकार नहीं हो सकता है, software code से मतलब है,कि program जिसके द्वारा software बना हुआ है, उसका access हमारे पास नहीं रहता है, हम केवल अपनी recruitment software companies को बता सकते हैं, जिसका वे समाधान करके software को update कर देते हैं
भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग पेशेवरों का वेतन(Salary of Cloud Computing Professionals in india in Hindi)
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2022 तक 1 बिलियन cloud से संबंधित job generator हो सकते हैं, अगर salary की बात करें तो entry level cloud professional salary 5 lacks से लेकर 7 lacks हो सकती है, जो कि Traditional IT Engineers से ज्यादा है अगर आप 5 years से ज्यादा experience के हैं,तो आपको 12 lacks से 19 lacks रुपए salary मिल सकती है, जो कि 20 lacks तक हो सकती है, इन सब को देखते हुए हम कह सकते हैं कि भविष्य में cloud computing का मार्केट बहुत बढ़ने वाला है, अगर आप IT field से ताल्लुक रखते हैं, तो cloud computing आपके लिए बहुत ही अच्छी choice हो सकती है |