(Computer programming kay hai ? ) किसी भी software को बनाने के लिए हमें computer program लिखने पड़ते हैं,जो computer programmer द्वारा लिखा जाता है कंप्यूटर प्रोग्राम को लिखने डिजाइन करने और उसे executable करने के प्रोसेस को ही हम computer programming कहते हैं,आज जितने भी सॉफ्टवेयर जैसे whatsapp ,google यह सभी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के द्वारा ही बनाए गए हैं आज की पोस्ट में हम जानेंगे Computer programming के बारे में :-
कंप्यूटर प्रोग्राम क्या है ? What is computer program ?
Contents
किसी भी programming language में लिखे हुए instructions जिसे कंप्यूटर की भाषा में coding कहा जाता है , computer program कहे जाते हैं, इन्हीं computer program से software का निर्माण होता है |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है ? What is computer programming ?
मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा software बनाने के लिए मुझे क्या क्या आना चाहिए मैंने उसे जवाब दिया सबसे पहले तो तुम को एक programming language सीखनी पड़ेगी इसके बाद language में coding कर तुम software बना सकते हो इस पूरे example में मेरे दोस्त द्वारा जो language सीखी जाएगी उसे programming language करते हैं, और इस प्रोसेस को कंप्यूटर की भाषा में computer programming कहां जाता है जिसका उपयोग करके आप coding कर सकते हैं, और नए नए सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं |
कोडिंग क्या है ? What is coding ?
अगर आपसे कोई बोले कि हिंदी में एक पेज लेटर लिख दो तब आप हिंदी लैंग्वेज का उपयोग करते हुए एक लेटर कंप्यूटर या टाइपिंग मशीन द्वारा लिख देंगे | उसी तरह computer programming में programming language को लिखने को coding कहा जाता है, जो C# , java , php language में लिखी जाती है | लिखे हुए instructions को code कहा जाता है |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा क्या है ? What is computer programming language ?
तमिल भाषा समझने के लिए आपको जैसे Tamil language को सीखना पड़ेगा उसी तरह computer में program लिखने के लिए जिसके द्वारा software का निर्माण होता है, आपको programming language सीखनी पड़ेगी इसे आप आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं, ऐसे instructions जिसका उपयोग कर हम computer program लिखते हैं, computer programming language कहे जाते हैं |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा के प्रकार | Types of computer programming language ?
Computer programming language दो तरह की होती है, पहली low-level programming language और दूसरी High- level programming language
Low-level programming language
जब programming language का अविष्कार हुआ तब यह कंप्यूटर से (0,1) के फॉर्म में जिसे binary number भी कहते हैं, कम्युनिकेट करते थे उस समय जो programming language उपयोग में लाई जाती थी low level programming language कहा जाता था | इसकी मुख्य खासियत इसका execution time था जो आज की high level programming से अधिक था | इसका ज्यादातर उपयोग printing machine के सॉफ्टवेयर बनाने में उपयोग में लाया जाता था | जिसके कारण इसे machine language ही कहा जाता था |
High- level programming language
सॉफ्टवेयर चाहे फेसबुक हो या जीमेल high level programming language का उपयोग कर बनाए गए हैं, इनकी coding को समझना आसान होता है, लेकिन speed और execution time low level programming language से कम होते हैं, java , PHP ,C# आदि हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के अंतर्गत आते हैं |
Low-level programming language का उदाहरण | Example of Low-level programming language
Low-level programming language मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, Assembly Language
और Machine Code आइए जानते हैं,असेंबली लैंग्वेज के बारे में :-
Assembly Language
जैसे आपको पता ही है कि कंप्यूटर Binary Code को समझता है, जो 0,1 के फॉर्म में होता है,जिसे Machin Language भी कहा जाता है, वैज्ञानिकों ने Assembly Language का निर्माण programming language को लोगों के समक्ष easy रूप में प्रस्तुत करने के लिए किया इसे आप आसान शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं,ऐसे programming language जिनमें Machin Language में प्रयुक्त होने वाले अंकों के स्थान पर अक्षर और सिंबल का उपयोग किया जाता है, Assembly Language
कहे जाते हैं,जिनमें language को code के रूप में प्रस्तुत किया जाता है,जिनमें JMP(Jump),Tran(Translation), Manish (Man) आदि को शॉर्ट फॉर्म में प्रस्तुत किया जाता है |
Machine Code
जैसे आपको पता ही है, कि machine code low level programming language है, जिसे computer programming के लिए विकसित किया गया था उस समय आज की तरह advanced programming language नहीं थी | जिसके कारण इसमें programming binary number जो (0.1) के फॉर्म में होते हैं, का उपयोग कंप्यूटर को निर्देशित करने के लिए किया जाता था | इसकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि यह सीधे कंप्यूटर से communicate करता था जिसके कारण इसका रिजल्ट हमें आज के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के मुकाबले जल्दी मिल जाता था |
Exemple of high-level programming language
अगर आप programming field में इंटरेस्टेड है, तब आपको high-level programming language के बारे में जानना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आजकल जो भी programming language मार्केट में उपयोग में आ रही हैं, वे high-level programming language हैं,जिसके के बारे में नीचे बताया जा रहा है :-
Java
ऐसा कोई नहीं है,जिसने java programming language के बारे में ना सुना हो आपके कंप्यूटर या मोबाइल में उपयोग हो रहे मोबाइल ऐप और एप्लीकेशन ज्यादातर java language का उपयोग कर बने हैं, यह object oriented programming है जिसे sun microsystems द्वारा developed किया गया जिसे ज्यादातर इंटरनेट आधारित वेबसाइट, मोबाइल गेम और complex web applications बनाने में उपयोग में लाया जाता है, यह open source programming language है |
PHP
Facebook के बारे में कौन नहीं जानता क्या आपको पता है, कि facebook किस language पर कार्य करता है, facebook PHP प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग कर बनाई गई है, जो कि एक open source programming language है, जिसे general-purpose scripting language भी कहा जाता है, जिसे web development बनाने के लिए डेवलप किया गया |
C#
C# जिसे microsoft द्वारा develop किया गया purely object oriented programming language है, जिसका उपयोग web development के साथ-साथ desktop application बनाने में भी किया जाता है |
Advantage of low level programming language
- Low level programming language की सबसे बड़ी खासियत यह होती है, कि यह language जल्दी रिजल्ट प्रदान करता है,साथ में memory की खपत भी कम होती है |
- इसमें coding machine language में होती है, इसलिए इनको machine language में बदलने की जरूरत नहीं होती है, इसके कारण compiler or interpreters की जरूरत नहीं पड़ती है |
- इस लैंग्वेज में programmer द्वारा memory और processor का अच्छी तरह से उपयोग किया जाता है |
Disadvantage of low level programming language
- लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को debug करना और develop करना कठिन कार्य है |
- प्रोग्रामिंग करते समय आए हुए error को ठीक करना कठिन है |
- लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज output सही नहीं आता है,जिसके कारण सॉफ्टवेयर सही तरीके से work नहीं कर पाता |
- लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज machine dependent होते हैं, जिसके कारण इन्हें दूसरे मशीन में port नहीं किया जा सकता |
Advantage of High level programming language
Low level programming language में आई दिक्कतों को दूर करने के लिए High level programming language का निर्माण हुआ जिसकी मुख्य विशेषताएं निम्न है :-
- सबसे बड़ी विशेषता इस किया है कि इसे समझना आसान है |
- प्रोग्रामिंग करते समय आए हुए error को आप आसानी से debug करके सही कर सकते हैं |
- प्रोडक्टिविटी के हिसाब से भी यह लैंग्वेज लो लेवल लैंग्वेज से अच्छी है क्योंकि इनमें object oriented programming का उपयोग किया जाता है जिसके कारण हमें coding कम करनी पड़ती है |
Disadvantage of High level programming language
- इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में source code machine code में convert करना पड़ता है, जिसके कारण इसका execution time बढ़ जाता है,जिसके कारण software slow पड़ जाते |
- इनमें memory का अधिक उपयोग होता है, जो इसे less memory efficient बनाता है |
- इस programming language का communication डायरेक्ट hardware से नहीं होता है, जिसके कारण software रन करने में अधिक समय लगता है |
ओपन-सोर्स लैंग्वेज का क्या अर्थ है ? | What is Open-Source Language means ?
दोस्तों किसी भी programming language platform का उपयोग करने के लिए हमें licence fees देनी पड़ती है, जैसे उदाहरण के तौर पर अगर आपको microsoft visual studio का उपयोग करना है, जो कि एक तरह का software platform है, जिसका उपयोग हम software बनाने में करते हैं, के लिए microsoft को आपको licence fee pay करना पड़ेगा लेकिन इसके विपरीत open source language platform का उपयोग करने के लिए licence fee pay नहीं paid करनी पड़ती है, जिसके कारण इन्हें Open-Source Language कहां जाता है,इसमें source code available रहता है, जिसका उपयोग करके आप software development का कार्य कर सकते हैं |
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कैसे सीखें ? How to learn computer programming ?
Computer programming सीखने की कोई age limit नहीं है, आप किसी भी age में इसे सीख कर सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं, नीचे दिए गए स्टेप का उपयोग कर आप इसे सीख सकते हैं :-
step1
सबसे पहले step 1 में आपको application platform decide करना पड़ेगा जैसे कि आप microsoft technology का उपयोग करना चाहते हैं, या php open source platform का उपयोग करना चाहते हैं, या java platform को अपनाना चाहते हैं |
step2
Application platform decide करने के बाद जैसे कि अगर आपने microsoft technology चुना है, तब आपको visual studio software download और database server जैसे sql server अपने कंप्यूटर में install करना पड़ेगा यह सॉफ्टवेयर आपको ऑनलाइन कुछ पेमेंट करने के बाद डाउनलोड करने के लिए मिल जाएंगे |
step3
इसके बाद आप माइक्रोसॉफ्ट की सपोर्ट इन लैंग्वेज C# को सीखना पड़ेगा इसके साथ और भी लैंग्वेज उपयोग में लाई जाती है, जिसके बारे में आप online search कर पता कर सकते हैं |
step4
C# लैंग्वेज के basic tutorial आपको YouTube , microsoft की official website में मिल जाएंगे जहां से आप इनके बारे में नॉलेज ले सकते हैं |
step5
कोई भी सॉफ्टवेयर बनाने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे C# साथ ही साथ database का भी ज्ञान होना चाहिए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने sql sever को हमेशा अपडेट किया है डेटाबेस का नॉलेज लेने के लिए आपको DBMS ज्ञान होना चाहिए |
step6
स्टेप का पालन करने के बाद आप किसी भी तरह का सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं, आप चाहे तो ऑनलाइन कोर्स यह प्रोफेशनल वेबसाइट को ज्वाइन कर सॉफ्टवेयर बनाने की ट्रेनिंग ले सकते हैं |
What is front end and back end programming in hindi ?
किसी भी website में आपको जो भी चीजें दिखाई देती हैं, वह front end programming के द्वारा बनाई जाती हैं, और जो चीजें दिखाई नहीं देती है जैसे कि database जिसमें हमारा data जा कर save होता है, back end programming द्वारा बनाई जाती है |
निष्कर्ष
आज की पोस्ट में हमने Computer programming kay hai ? कितने प्रकार की होती हैं और हम इसे कैसे सीख सकते हैं और सीखने के लिए हमें कौन-कौन से steps अपनाने पड़ेंगे के बारे में जाना अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर फॉरवर्ड करें |