January 5, 2025

ड्रोन क्या है ? और इसकी कार्यक्षमता | What is Drone and its functionality

What is Drone and its functionality and INDIAN GOVERNMENT DRONE RULES           2021 IN HINDI
drone

Drone Technology  जी से unmanned aerial vehicle (UAV)  कहां जाता है,जिस की सबसे बड़ी खासियत यह होती है,कि इसे बिना पायलट के Earth  से कंट्रोल किया जा सकता है ,जिसका उपयोग कर बहुत सारे काम जैसे मेडिसिन डिलीवरी और ऑनलाइन ऑर्डर आपके घर तक  बहुत ही आसानी से पहुंचाए जा सकते हैं , आज की पोस्ट में हम जानेंगे drone kay hai ? और yaha kasa kara karta hai ?

ड्रोन क्या है ? What is Drone in Hindi

Contents

ऐसी flaying object जो बिना human pilot  की सहायता से उड़ सके और जिसका नियंत्रण Earth पर रहकर  किया जाए drone कहे जाते हैं, शुरुआत में इसका उपयोग मिलिट्री मिशन में किया जाता था,लेकिन टेक्नोलॉजी के एडवांस होने के साथ-साथ इसका उपयोग आपको मेडिकल क्षेत्र से लेकर होम डिलीवरी में किया जाने लगा   |

ड्रोन इतिहास | Drone History

Drone का ऑफिशियल use 1900 के करीब  पाया जाता है, जब इसका उपयोग टारगेट को हिट करने के लिए होता था ,Nikola Tesla  द्वारा इसकी डिजाइन 1915 के करीब बनाई गई इसका सबसे पहले कमर्शियल यूज 1935 में अभिनेता और मॉडल Reginald Denny द्वारा किया गया |World War II के समय भी इसका उपयोग जर्मनी द्वारा दुश्मनों के ऊपर बम गिराने में किया गया|

Drone को उड़ाने में कौन-कौन सी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है  ?

पुराने जमाने के Drone के मुकाबले आज के Drone ज्यादा एडवांस है,इनमें latest technology जैसे cloud based technology , Artificial intelligence, machine learning, thermal sensor का उपयोग हो रहा है|आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होने से ड्रोन को कुछ फैसले लेने में मदद मिलती है,जिससे वे अचानक आने वाले खतरे से अपने आप को बचा सके इसी तरह क्लाउड बेस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग होने से सॉफ्टवेयर सेंट्रलाइज रहता है,उसका नियंत्रण एक जगह से हो सकता है |

ड्रोन कितने तरह के होते हैं ?

ड्रोन को उनके  weight की क्राइटेरिया पर पांच भागों में बांटा जा सकता है :-

Nano drone

नैनो ड्रोन आकार में छोटे होते हैं,जिनका उपयोग ज्यादातर playing toys में किया जाता है,इनका weight अधिकतम 250 g ग्राम के करीब होता है |

Micro air vehicles

Micro air vehicles ड्रोन Nano से बड़े होते हैं,और इनका उपयोग वीडियोग्राफी के रूप में होता है,इनका  weight  250 g  से 2 kg के बराबर हो सकता है |

Miniature UAV or small

Miniature UAV or small drone ,Micro से बड़े होते हैं और इनका weight 2 kg  से लेकर 25 kg  के बीच में हो सकता है,जिसका उपयोग सामान को ट्रांसपोर्ट करने में किया जाता है |

Medium

Medium drone जिनका weight 25 kg से 150 kg के बीच में होता है,भारी समान को ट्रांसपोर्ट करने साथ ही साथ इसका उपयोग छोटे-मोटे मिलिट्री ऑपरेशन में भी किया जाता है |

large

large drone इसका weight 150 kg से ज्यादा होता है,ज्यादातर मिलिट्री ऑपरेशन में उपयोग में लाए जाते हैं,और साइड में भी बड़े होते हैं,दुश्मन देशों की जासूसी करने में भी उपयोग में लाए जाते हैं |

ड्रोन के आर्किटेक्ट के महत्वपूर्ण भाग कौन-कौन से हैं?What are the important parts of a drone Architecture ?

Drone  के Architecture  के मुख्य भाग Sensors , Actuators  और software  होते हैं, जिनके कार्य निम्न है :-

 Sensors

Sensors drone technology का मुख्य भाग होता है,जो drone के movement और पोजीशन के बारे में जानकारी अपने स्टेशन को देता है,साथ ही साथ इसमें ऐसे सेंसर लगे होते हैं,जो पृथ्वी से उसकी distance स्टेशन को बताते रहते हैं, Non-cooperative sensors का कार्य अपने टारगेट पोजीशन के बारे में अपने स्टेशन को  बताना है  |

Actuators

Actuators इसे mover भी कहा जाता है, Drone की speed  को कंट्रोल करने का कार्य करता है,साथ ही साथ यह ड्रोन में लगे हुए मोटर की रिवॉल्यूशन फॉर मिनट जिसे RPM  कहते हैं, को कंट्रोल करके रखता है,जिससे ड्रोन  डिसबैलेंस ना हो पाए साथ में ड्रोन में लगे हुए एलईडी बल्ब और स्पीकर को भी कंट्रोल करके रखता है |

Software

Drone के निर्माण में software का महत्वपूर्ण रोल है, Cloud based technology आ जाने से  ड्रोन पहले से ज्यादा एडवांस हो गए हैं, इस में उपयोग आने वाले सॉफ्टवेयर autopilot का कार्य करते हैं,यानी जो कार्य कमर्शियल फ्लाइट में पायलट करता है,वही कार्य सॉफ्टवेयर द्वारा किया जाता है,यह सॉफ्टवेयर सेंसर डाटा तुरंत लेकर  control station को देता है,जिससे ड्रोन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है |

ड्रोन कैमरा क्या है ? और इसकी कीमत | What is drone camera and  its  price  in Hindi

Remote operated flying objects  जिसका नियंत्रण रिमोट के द्वारा धरती से किया जाता हो और उसमें लगे हुए कैमरे का उपयोग फोटो लेने या वीडियो बनाने के लिए किया जाता हो ऐसे UAV को drone camera कहते हैं, जिसकी कीमत Rs.12000 से लेकर Rs. 70000 तक हो सकती है |

Phantom 4 क्या है ? What  is  #phantom 4  in Hindi

Phantom 4 एक तरह का drone है,जिसमें infrared sensing system लगे होते हैं,जब space में होता  है,तब Horizontal field 70 डिग्री और vertical field 20 डिग्री से फोटो ले सकता है, इसे maximum 30 फीट तक उड़ाया जा सकता है ,#Phantom 4 price एक लाख से लेकर तीन लाख के बीच रहती है |

Inspire 2 क्या है ? What is inspire 2 in hindi

Inspire 2  एक तरह का प्रोफेशनल ड्रोन है, जिसका उपयोग high quality images लेने जब drone अधिक ऊंचाई पर हो उपयोग में लाया जाता है, इसका उपयोग उच्च क्वालिटी की वीडियोग्राफी करने में भी किया जाता है| # Inspire 2 price ढाई लाख रुपए के करीब होती है  |

ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रभाव किन किन क्षेत्रों पर पड़ेगा | Which areas will be affected by drone technology?

Drone Technology आने से बहुत क्षेत्र प्रभावित हुए हैं,और उनका लाभ उस क्षेत्र  को मिल रहा है,आइए जानते हैं कि वह क्षेत्र कौन-कौन से हैं :-

मिलिट्री ऑपरेशन | military operation

Drone Technology आ जाने से सामान को एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने  में लागत में भारी कमी आई है, साथ ही साथ एयर स्ट्राइक में pilot के ऊपर भी खतरा ना के बराबर हो गया है,क्योंकि इन में pilot की जरूरत नहीं पड़ती है,आजकल बहुत सारी विकसित देश ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग अपने मिलिट्री ऑपरेशन कर रहे हैं |

व्यापार | business

ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे amazon और फ्लिपकार्ट अपने सामानों की डिलीवरी करने के लिए आजकल छोटे छोटे ड्रोन का उपयोग बड़े-बड़े शहरों में कर रही हैं,जहां पर ट्राफिक अधिक है,और सामान को ले जाने में ज्यादा समय लगता है,वहां पर ड्रोन की सहायता से उसे आसानी से कस्टमर तक पहुंचाया जा सकता है |

कृषि क्षेत्र में | Agriculture

कृषि क्षेत्र में भी drone का उपयोग कीटनाशकों  को फसल के ऊपर छिड़काव के काम में हो रहा है,जहां पर खेत बड़े हैं,वहां पर drone का उपयोग किया जा रहा है, साथ ही साथ फॉरेस्ट में भी आग को बुझाने में उपयोग में लाए जा रहे हैं |

फोटोग्राफी में  | Photography

Drone का उपयोग बड़ी मात्रा में क्षेत्र विशेष का aerial photo लेने में किया जा रहा है,साथ ही साथ किसी बड़े आयोजन में सिक्योरिटी परपस से भी इसका उपयोग क्षेत्र की निगरानी में किया जा रहा है |

आसान शब्दों में समझाइए इंडियन गवर्नमेंट Drone Rules 2021  | Explain in simple words Indian Government Drone Rules 2021

  • इस रूल के अनुसार ड्रोन कि भार क्षमता  300 kg से 500 kg तक हो सकती है,साथ ही साथ ड्रोन टैक्सी का भी उपयोग किया जा सकता है,जो अधिक भार सहने में सक्षम हो |
  • Drone को उड़ाते समय किसी भी सिक्योरिटी क्लीयरेंस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी साथ ही साथ रजिस्ट्रेशन फीस को भी कम कर दिया गया है |
  • बहुत सारे सिक्योरिटी चेक को खत्म कर दिया गया है,जिनमें से the unique prototype identification number,operator permits अन्य बहुत सारे सिक्योरिटी परमिशन को समाप्त कर दिया गया है |
  • अगर आप किसी भी तरह की सिक्योरिटी पॉलिसी  का पालन नहीं करते हैं,तब अधिकतम पेनल्टी को एक लाख तक सीमित कर दिया गया है |
  • नई ड्रोन पॉलिसी में नए ड्रोन कॉरिडोर विकसित करने का भी प्रावधान रखा गया है जिससे कार्गो डिलीवरी आसान तरीके से की जा सके और इसका इंपोर्ट Directorate General of Foreign Trade (DGFT) द्वारा किया जाएगा |
  • Drone का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन Digital Sky platform द्वारा  किया जाएगा जिसमें बहुत आसान process द्वारा drone का ट्रांसफर भी किया जा सकता है |
  • ड्रोन को चलाने के लिए ड्रोन स्कूल खोलने की व्यवस्था की गई है जिसका नियंत्रण DGFT के अधीन होगा जिसमें पायलट का ट्रेनिंग ऑनलाइन माध्यम से भी की जा सकती है |
  • भविष्य में ड्रोन टेक्नोलॉजी में नई फ्यूचर जैसे कि geo-fencing,’No permission – no take-off (NPNT)’ real-time tracking beacon आदि को भी drone में सम्मिलित किया जाएगा |

Disadvantages of Drone

ड्रोन टेक्नोलॉजी के मुख्य डिसएडवांटेज निम्न है :-

  • ड्रोन सिक्योरिटी  रिलेटेड issue  के कारण गवर्नमेंट परमिशन मिलने में कठिनाई आती है |
  • इन्हें केवल एक दिशा में उड़ाया जा सकता है |
  • इनको लैंड करना काफी डिफिकल्ट होता है, क्योंकि इनमें पायलट नहीं होते हैं |
  • इनको flying लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है |

  

निष्कर्ष | Conclusion

Drone Technology का उपयोग भविष्य में  drone taxi , goods transport services आदि क्षेत्रों में भारी मात्रा में होने वाला है,आज की पोस्ट में हमने जाना कि #drone technology kay hai ? और यह किन-किन क्षेत्रों में उपयोग में लाई जा रही है, अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने फ्रेंड्स को जरूर फॉरवर्ड कीजिए |

Manish Tiwari

नमस्कार दोस्तों , मैं मनीष तिवारी positivehindi.com का technical writer और फाउंडर हूं,एजुकेशन की बात करें, तो मैंने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information technology) में इंजीनियरिंग ग्रैजुएट हूं,साथ ही मै एसबीआई लाइफ कंसलटेंट भी हूं,मुझे Microsoft technologies , MVC Technologies,SQL Server,HTML,E Governance Project,Crystal Report, Microsoft Reports में काम करने का अनुभव है,मुझे नई नई टेक्नोलॉजी संबंधित चीजों को सीखने और दूसरे को सिखाने में अच्छा लगता है |आप मेरे ब्लॉग में आए इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !

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