Maker Sankranti जिसे आप खिचड़ी के नाम से भी जानते हैं, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है,जो वसंत ऋतु के शुरुआत को दर्शाता है, आज की पोस्ट में हम जानेंगे मकर संक्रांति क्या है ? और यह क्यों मनाई जाती है ?
मकर संक्रांति क्या है ? What is Makar Sankranti
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सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्योहार जिसे हम मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के कारण maker sankranti के नाम से जानते हैं, मकर राशि में प्रवेश के साथी सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं, साथ ही वसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है |
मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है ? Why is Makar Sankranti celebrated ?
सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश के कारण Maker Sankranti मनाई जाती है, सूर्य को सभी राशियों का राजा माना जाता है, सूर्य का मकर राशि में प्रवेश खरवास को खत्म कर देता है जिससे बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है |
भारत में मकर संक्रांति को और किन नामों से जाना जाता है ? By what other names is Makar Sankranti known in India ?
भारत में Maker Sankranti कई नामों से जानी जाती है आइए जानते हैं, इनका अन्य राज्यों में क्या नाम है :-
Bihar – Khichidi
Assam – Magh Bihu
Punjab – Maghi
Himachal Pradesh – Maghi Saaji
Jammu – Uttarayana
Haryana – Sakraat
Tamil Nadu – Pongal
Gujara – Uttarayan
Odisha – Makara Sankranti
West Bengal – Poush Sankranti
Uttarakhand – Khichidi Sankranti
Uttar Pradesh – Khichidi Sankranti
Kashmir – Shishur Saenkraath
Maker Sankranti किस दिनांक को मनाई जाती है ? Makar Sankranti is celebrated on which date ?
संक्रांति समूचे भारत में और विदेशों में बांग्लादेश और नेपाल में 14 जनवरी को बनाई जाती है, इसकी तारीखों की गणना कभी-कभी ज्योतिषी के अनुसार बदल जाती है, और कभी यह 15 जनवरी को भी मनाई जाती है | आज काल automated software के माध्यम से भी ज्योतिषी मकर संक्रांति का दिल computer के माध्यम से आसानी से निकाल लेते हैं |
Mahabharata काल से Maker Sankranti का जुड़ाव कैसे हैं ? How is Makar Sankranti related to Mahabharata period?
भीष्म पितामह जो महाभारत के एक अजय योद्धा थे जो दुर्योधन के तरफ से महाभारत का युद्ध लड़ रहे थे जिन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था अर्जुन द्वारा तीर लगने के बाद बाणों की शैया पर 58 दिनों तक उन्होंने अपना प्राण सूर्य के उत्तरायण होने पर त्याग दिया था ऐसी मान्यता है कि सूर्य के उत्तरायण होने पर जो व्यक्ति अपने प्राणों का त्याग करता है जिसकी मृत्यु होती है, उसका दोबारा जन्म नहीं होता है यानी कि उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है इस कारण से भी Maker Sankranti को एक हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है |
मकर संक्रांति का हिंदू धर्म में क्यों इतना महत्व है ?समझाइए | Why is Makar Sankranti so important in Hinduism? Explain
Maker Sankranti का महत्व हिंदू के देवता भगवान कृष्ण ने बताया है, कि जब सूर्य उत्तरायण में होता है, यह काल 6 महीने तक चलता है,और सूर्य उत्तरायण में स्थिर रहता है,और धरती सूर्य के प्रकाश से अच्छादित रहती है इस समय शरीर का त्याग करने वाले मनुष्य का धरती लोक में पुनर्जन्म नहीं होता है,जिसे हिंदू धर्म में मोक्ष कहते हैं, इन सब तथ्यों से आप समझ सकते हैं, कि मकर संक्रांति हिंदू धर्म क्यों इतना महत्व रखती है |