May 2, 2024

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है ? कैसे सीखें? What is computer programming how to learn it?

computer programming kay hai
computer programming

(Computer programming kay hai  ? )  किसी भी software को बनाने के लिए हमें computer program लिखने पड़ते हैं,जो computer programmer द्वारा लिखा जाता है कंप्यूटर प्रोग्राम को लिखने डिजाइन करने और उसे executable करने के प्रोसेस को ही हम computer programming  कहते हैं,आज जितने भी सॉफ्टवेयर जैसे whatsapp ,google यह  सभी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के द्वारा ही बनाए गए हैं आज की पोस्ट में हम जानेंगे  Computer programming के बारे में  :-

कंप्यूटर प्रोग्राम क्या है ? What  is computer program ?

किसी भी programming language में लिखे हुए instructions जिसे कंप्यूटर की भाषा में coding कहा जाता है , computer program कहे जाते हैं, इन्हीं computer program से software  का निर्माण होता है |

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है ? What is computer programming ?

मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा software बनाने के लिए मुझे क्या क्या आना चाहिए मैंने उसे जवाब दिया सबसे पहले तो तुम को एक programming language  सीखनी पड़ेगी इसके बाद language  में coding  कर  तुम software बना सकते हो इस पूरे  example  में मेरे दोस्त द्वारा जो language सीखी  जाएगी  उसे  programming language  करते हैं, और इस प्रोसेस को कंप्यूटर की भाषा में computer programming कहां जाता है जिसका उपयोग करके आप coding कर सकते हैं, और  नए  नए सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं |

कोडिंग क्या है ? What is coding ?

अगर आपसे कोई बोले कि हिंदी में एक पेज लेटर लिख दो तब आप हिंदी लैंग्वेज का उपयोग करते हुए एक लेटर कंप्यूटर या टाइपिंग मशीन द्वारा लिख देंगे | उसी तरह  computer programming  में programming language  को लिखने को coding कहा जाता है, जो  C# , java , php language में  लिखी जाती है | लिखे हुए instructions को code  कहा जाता है |

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा क्या है ? What  is computer programming language ?

तमिल भाषा समझने के लिए आपको जैसे Tamil language को सीखना पड़ेगा उसी तरह  computer में  program लिखने के लिए जिसके द्वारा software का निर्माण होता है, आपको programming language सीखनी पड़ेगी इसे आप आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं, ऐसे instructions जिसका उपयोग कर हम computer program लिखते हैं, computer programming language कहे जाते हैं |

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा के प्रकार | Types of computer programming language ?

Computer programming language दो तरह की होती है, पहली low-level programming language और दूसरी  High- level programming language  

Low-level programming language

जब programming language का अविष्कार हुआ तब यह कंप्यूटर से (0,1) के फॉर्म में जिसे binary number भी कहते हैं, कम्युनिकेट करते थे उस समय जो programming language उपयोग में लाई जाती थी low level programming language कहा जाता था |  इसकी मुख्य खासियत  इसका execution time था जो आज की high level programming से अधिक था | इसका  ज्यादातर  उपयोग printing machine के सॉफ्टवेयर बनाने में उपयोग में लाया जाता था | जिसके कारण इसे machine language ही कहा जाता था  |  

High- level programming language  

  सॉफ्टवेयर चाहे फेसबुक हो या जीमेल high level programming language  का उपयोग कर  बनाए गए हैं, इनकी coding  को समझना आसान होता है, लेकिन speed और execution time low level programming language   से कम होते हैं, java , PHP ,C# आदि हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के अंतर्गत आते हैं |

Low-level programming language  का उदाहरण | Example of Low-level programming language

Low-level programming language  मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, Assembly Language

और Machine Code आइए जानते हैं,असेंबली लैंग्वेज के बारे में :-

Assembly Language

जैसे आपको पता ही है कि कंप्यूटर Binary Code को समझता है, जो 0,1 के फॉर्म में होता है,जिसे Machin Language भी कहा जाता है, वैज्ञानिकों ने Assembly Language का निर्माण programming language को लोगों के समक्ष  easy रूप में प्रस्तुत करने के लिए किया इसे आप आसान शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं,ऐसे programming language जिनमें Machin Language में प्रयुक्त होने वाले अंकों के स्थान  पर अक्षर और सिंबल का उपयोग किया जाता है, Assembly Language

कहे जाते हैं,जिनमें language को code के रूप में प्रस्तुत किया जाता है,जिनमें JMP(Jump),Tran(Translation),    Manish  (Man)  आदि को शॉर्ट फॉर्म में प्रस्तुत किया जाता है |

Machine Code

जैसे आपको पता ही है, कि machine code low level programming language है, जिसे computer programming के लिए विकसित किया गया था उस समय आज की तरह advanced programming language नहीं थी | जिसके कारण इसमें  programming  binary number जो (0.1) के फॉर्म में होते हैं, का उपयोग  कंप्यूटर को निर्देशित करने के लिए किया जाता था | इसकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि यह सीधे कंप्यूटर से communicate करता था जिसके कारण इसका रिजल्ट हमें आज के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के मुकाबले जल्दी मिल जाता था  |

Exemple of  high-level programming language 

अगर आप programming field में इंटरेस्टेड है, तब आपको high-level programming language  के बारे में जानना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आजकल जो भी programming language मार्केट में उपयोग में आ रही हैं, वे high-level programming language  हैं,जिसके के बारे में  नीचे बताया जा रहा है :-

Java

ऐसा कोई नहीं है,जिसने java programming language  के बारे में ना सुना हो आपके कंप्यूटर या मोबाइल में उपयोग हो रहे मोबाइल ऐप और एप्लीकेशन ज्यादातर java language  का उपयोग कर बने हैं, यह object oriented programming है जिसे sun microsystems द्वारा developed  किया  गया जिसे ज्यादातर इंटरनेट आधारित वेबसाइट, मोबाइल गेम और complex web applications बनाने  में  उपयोग में लाया जाता है, यह open source programming language है | 

PHP

Facebook के बारे में कौन नहीं जानता क्या आपको पता है, कि facebook किस  language पर कार्य करता है, facebook PHP प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग कर बनाई गई है, जो कि एक open source programming language है, जिसे general-purpose scripting language भी कहा जाता है, जिसे web development बनाने के लिए डेवलप किया गया  |

C#

C# जिसे microsoft द्वारा develop किया गया purely object oriented programming language है, जिसका उपयोग web development  के साथ-साथ desktop application बनाने में भी किया जाता है |

Advantage of low level programming language

  1.  Low level programming language की सबसे बड़ी खासियत यह होती है, कि यह  language जल्दी रिजल्ट प्रदान करता है,साथ में memory की खपत भी कम होती है |
  2. इसमें coding  machine language  में होती है, इसलिए इनको machine language  में  बदलने की जरूरत नहीं होती है, इसके कारण compiler or interpreters की जरूरत नहीं पड़ती है |
  3. इस लैंग्वेज में programmer द्वारा memory  और  processor का अच्छी तरह से उपयोग किया  जाता है |

Disadvantage of low level programming language

  1. लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज  को  debug करना और develop करना कठिन कार्य है |
  2. प्रोग्रामिंग करते समय आए हुए error को ठीक करना कठिन है  |
  3. लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज output  सही नहीं आता है,जिसके कारण सॉफ्टवेयर सही तरीके से work नहीं कर पाता |
  4. लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज machine dependent होते हैं, जिसके कारण इन्हें दूसरे मशीन में  port नहीं किया जा सकता |

Advantage of High level programming language

Low level programming language में आई दिक्कतों को दूर करने के लिए High level programming language  का निर्माण हुआ जिसकी मुख्य विशेषताएं निम्न है :-

  1. सबसे बड़ी विशेषता इस किया है कि इसे समझना आसान है |
  2. प्रोग्रामिंग करते समय आए हुए error को आप आसानी से debug करके सही कर सकते हैं |
  3. प्रोडक्टिविटी के हिसाब से भी यह लैंग्वेज लो लेवल लैंग्वेज से अच्छी है क्योंकि इनमें object oriented programming  का उपयोग किया जाता है जिसके कारण हमें coding  कम करनी पड़ती है |

   Disadvantage of High level programming language

  1. इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में source code  machine code में convert करना पड़ता है, जिसके कारण इसका  execution time  बढ़ जाता है,जिसके कारण software slow  पड़ जाते |
  2. इनमें memory का अधिक उपयोग होता है, जो इसे less memory efficient बनाता है |
  3. इस programming language  का  communication  डायरेक्ट hardware से नहीं होता है, जिसके कारण software  रन करने में अधिक समय लगता है | 

  ओपन-सोर्स लैंग्वेज का क्या अर्थ है ? | What is  Open-Source Language   means ?

 दोस्तों किसी भी  programming language platform का उपयोग करने के लिए  हमें  licence fees देनी पड़ती है, जैसे उदाहरण के तौर पर अगर आपको microsoft visual studio का उपयोग करना है, जो कि  एक  तरह  का software platform है, जिसका उपयोग हम software बनाने में करते हैं, के लिए microsoft  को  आपको licence fee pay करना पड़ेगा लेकिन इसके विपरीत open source language platform का  उपयोग  करने  के लिए  licence fee pay  नहीं  paid  करनी पड़ती है, जिसके कारण इन्हें Open-Source Language   कहां जाता है,इसमें  source code available रहता है, जिसका उपयोग करके आप  software development का  कार्य कर सकते हैं |

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कैसे सीखें  ?  How to learn computer programming  ?

Computer programming  सीखने की कोई  age limit  नहीं है, आप किसी भी age  में इसे  सीख कर सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं, नीचे दिए गए स्टेप का उपयोग कर आप इसे सीख सकते हैं :-

 step1

सबसे पहले step 1 में आपको application platform decide करना  पड़ेगा  जैसे  कि आप microsoft technology का उपयोग करना चाहते हैं, या php open source  platform का उपयोग करना चाहते हैं, या java platform  को अपनाना चाहते हैं |

 step2

Application platform decide करने के बाद जैसे कि अगर आपने  microsoft technology चुना है, तब आपको visual studio software download और database server जैसे  sql server अपने  कंप्यूटर में install  करना पड़ेगा यह सॉफ्टवेयर आपको ऑनलाइन कुछ पेमेंट करने के बाद  डाउनलोड करने के लिए मिल जाएंगे  |

step3

इसके बाद आप माइक्रोसॉफ्ट की सपोर्ट इन लैंग्वेज C# को सीखना पड़ेगा इसके साथ और भी लैंग्वेज उपयोग में लाई जाती है, जिसके बारे में आप online search  कर पता कर सकते हैं |

step4

C#  लैंग्वेज के basic tutorial आपको YouTube , microsoft  की official website में  मिल  जाएंगे जहां से आप इनके बारे में नॉलेज ले सकते हैं |

step5

कोई भी सॉफ्टवेयर बनाने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे C#  साथ ही साथ database  का भी ज्ञान  होना चाहिए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने sql sever  को हमेशा अपडेट किया है डेटाबेस का नॉलेज लेने के लिए आपको DBMS  ज्ञान  होना चाहिए |

step6

स्टेप का पालन करने के बाद आप किसी भी तरह का सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं, आप चाहे तो ऑनलाइन कोर्स यह प्रोफेशनल वेबसाइट को ज्वाइन कर सॉफ्टवेयर बनाने की ट्रेनिंग ले सकते हैं |

What is front end and back end programming in hindi ?

किसी भी website में आपको जो भी चीजें दिखाई देती हैं,  वह front end programming के द्वारा बनाई जाती हैं, और जो चीजें दिखाई नहीं देती है जैसे कि database जिसमें हमारा data जा कर save होता है, back end programming द्वारा बनाई जाती है |

निष्कर्ष

आज की पोस्ट में हमने Computer programming kay hai  ? कितने प्रकार की होती हैं और हम इसे कैसे सीख सकते हैं और सीखने के लिए हमें कौन-कौन से steps अपनाने पड़ेंगे के बारे में जाना अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर फॉरवर्ड करें  |

Manish Tiwari

नमस्कार दोस्तों , मैं मनीष तिवारी positivehindi.com का technical writer और फाउंडर हूं,एजुकेशन की बात करें, तो मैंने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information technology) में इंजीनियरिंग ग्रैजुएट हूं,साथ ही मै एसबीआई लाइफ कंसलटेंट भी हूं,मुझे Microsoft technologies , MVC Technologies,SQL Server,HTML,E Governance Project,Crystal Report, Microsoft Reports में काम करने का अनुभव है,मुझे नई नई टेक्नोलॉजी संबंधित चीजों को सीखने और दूसरे को सिखाने में अच्छा लगता है |आप मेरे ब्लॉग में आए इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !

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