अगर आप GST returns file करते हैं, और कोई आपसे पूछे कि जहां आप जीएसटी रिटर्न फाइल करते हैं, वह क्या है ? आप उसका क्या जवाब देंगे आप उसे एक लाइन में बता सकते हैं, यह एक तरह की dynamic website है, जहां आप कभी भी online return file कर सकते हैं,आज की पोस्ट में हम जानेंगे website kay hai और और यह इतनी importants क्यों है ?
Website क्या है? What is a website in Hindi?
Contents
Sno | Page |
1 | webpage 1 |
2 | webpage 1 |
… | …. |
n | webpage n |
यदि आप अपने घर में रखे हुए बुक को एक साथ लाखों लोगों को पढ़ाना चाहते हैं, तो आप क्या करेंगे इसका एक आसान जवाब है,आप अपने बुक की Website बना दीजिए वेबसाइट बनते ही आपकी बुक को लाखों लोग ऑनलाइन पढ़ सकते हैं, इस तरह हम कह सकते हैं, कि वेबसाइट web pages के collection है, जो centralized server में save रहते हैं, जिसका उपयोग लोग internet के माध्यम से कर सकते हैं,
नीचे दिए गए उदाहरण से आप आसानी से समझ सकते हैं,
आप यह तो जान ही गए होंगे वेबसाइट वेब पेज से मिलकर बने होते हैं, अगर आपको अपनी बुक की वेबसाइट बनाना है, तब आपको अपने बुक के पेज को वेब पेज में कन्वर्ट करना होगा ऐसा करते ही आपकी बुक वेबसाइट में कन्वर्ट हो जाएगी
Sno | Page |
1 | Book webpage 1 |
2 | Book webpage 2 |
… | …. |
n | Book webpage n |
इतिहास | History
World Wide Web के अविष्कार के साथी internet ने आकार लिया 30 अप्रैल 1993 को Tim Berners-Lee द्वारा वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार हुआ protocols ने वेबसाइट के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की क्योंकि इसके द्वारा ही files server पर upload हो सकती थी सबसे पहले File Transfer Protocol आया जिससे फाइल सर्वर पर अपलोड होती थी , Hypertext Transfer Protocol (HTTP) आने से वेबसाइट के उपयोग में गति आई शुरू में इसके उपयोग पर कोई भी शुल्क नहीं लगती थी |
वेबसाइट कितने प्रकार की होती हैं ?How many types of websites are there in hindi ?
वेबसाइट दो तरह की होती हैं, Static website और Dynamic website आइए जानते हैं, इनके बारे में
Static website
static का समान अर्थ स्थिर होता है,जिस में कोई बदलाव ना हो जैसे कि आपने कोई राइटर की बुक की वेबसाइट क्रिएट किए जिसमें आगे चलकर कोई बदलाव नहीं होगा इस तरह की वेबसाइट को Static website कहा जाता है उदाहरण के तौर पर न्यूज़ वेबसाइट खेल से संबंधित वेबसाइट स्टैटिक वेबसाइट की श्रेणी में आते हैं |
Dynamic website
आपने बैंकिंग वेबसाइट तो देखते ही होंगे जिसमें ट्रांजैक्शन बदलते रहते हैं, यह ट्रांजैक्शन server बेस्ट होते हैं, सरवर में data insert होते ही नई रिपोर्ट जनरेट हो जाती है, इस तरह की वेबसाइट जिनमें लगातार बदलाव होते रहते हैं, और वेबसाइट सर्वर से कनेक्टेड रहते हैं, Dynamic website कहलाते हैं, फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम गूगल यह सभी dynamic website की श्रेणी में आते हैं |
वेबसाइट के घटक(Components) क्या क्या है ?
जिस तरह से कंप्यूटर मॉनिटर, CPU, कीबोर्ड, mouse, मदरबोर्ड, आदि कंपोनेंट से मिलकर बना होता है, उसी तरह हमारी वेबसाइट भी Navigationजिसे मार्गदर्शक भी कहते हैं, टाइटल ,विजुअल, आदि components से मिलकर बनी होती है, आइए जानते हैं इनके बारे में :-
मार्गदर्शन (Navigation)
जिस तरह से आपके book में एक जगह से दूसरे जगह तक जाने के लिए sno होता है,उसी तरह वेबसाइट में भी मार्गदर्शन का उपयोग किया जाता है,जो आपको एक page से दूसरे page तक पहुंचाते हैं |
वेब होस्टिंग(Web Hosting)
जिस तरह से बुक को मेंटेन करने के लिए आपको उसको अच्छी तरह से व्यवस्थित रखने पड़ते हैं, उसी तरह वेबसाइट को मेंटेन करने और रखने के लिए हमें space की आवश्यकता होती है,जहां files maintan, serving किया जाता है, Web hosting कहा जाता है |
कॉल-टू-एक्शन(Call-to-Actions)
किसी भी वेबसाइट को आप जब ओपन करते हैं, तब आपसे वेबसाइट के बारे में कमेंट लिखने या कोई भी चीज परचेस करने के लिए कहा जाता है, जिसे कंप्यूटर की भाषा में Call-to-Actions कहा जाता है |
शीर्षक(Title)
जिस तरह बुक लिखते समय आप उसकी Title को तय करते हैं, जिसे टाइटल भी कहा जाता है, उसी तरह वेबसाइट में भी आपको एक टाइटल जिसे domain name कहते हैं, रखना पड़ता है, जैसे कि मेरी वेबसाइट का नाम या positivehindi है |
विषय(Content)
जिस तरह से बुक लिखने के लिए हमें किसी स्टोरी की आवश्यकता होती है, उसके अनुसार आप बुक राइटिंग करते हैं, उसी तरह किसी वेबसाइट में कंटेंट होता है, जिसके अनुसार वेब पेज में कंटेंट लिखे जाते हैं, कंटेंट या तो न्यूज़ हो सकते हैं, या किसी बीमारी के इलाज के बारे में सुझाव हो सकते हैं |
विजुअल्स(Visuals)
अगर आपकी बुक दिखने में अट्रैक्टिव नहीं होगी और उसके पेज विजुअली अट्रैक्टिव नहीं होंगे तब चाहे कंटेंट कितने भी अच्छा हो लोग उसको पढ़ने में इंटरेस्ट नहीं दिखाएंगे उसी तरह वेबसाइट में भी अगर आपके इमेज आई कैचिंग नहीं होंगे और अट्रैक्टिव नहीं होंगे तो लोग उसकी तरफ कम आकर्षित होंगे और आपके पोस्ट को पढ़ने में इंटरेस्ट नहीं दिखाएंगे इसलिए विजुअली आपकी वेबसाइट आई कैचिंग और अट्रैक्टिव होनी चाहिए |
मोबाइल प्रतिक्रिया(Mobile responsiveness)
अभी ज्यादातर लोग वेबसाइट को देखने के लिए मोबाइल का उपयोग करते हैं इसलिए आपकी वेबसाइट ऐसी होनी चाहिए कि वह मोबाइल रेस्पॉन्सिव होनी चाहिए यानी कि आपकी वेबसाइट को अगर मोबाइल में ओपन किया जाए तो कंटेंट पूरी तरह से दिखने चाहिए |
वेबसाइट की विशेषताएं क्या क्या है ? What are the features of the website in hindi ?
इसके फ्यूचर के बारे में आप अपनी उपयोग में आने वाले वेबसाइट से समझ सकते हैं जैसे कि आप कोई प्रोडक्ट amazon , flipkart से खरीदते हैं, तब आपको इसमें क्या विशेषताएं दिखती हैं नीचे दिए गए पॉइंट से आप समझ सकते हैं कि इनमें क्या विशेषताएं हैं
उपयोग करने में आसानी
पहली महत्वपूर्ण विशेषता इसको उपयोग करने में आसानी जैसे ही आप फ्लिपकार्ट को ओपन करते हैं, आप देखेंगे कि किसी भी प्रोडक्ट को सर्च करने के बहुत ही आसान ऑप्शन आपके पास दिखाई देंगे जिसे एक छोटा बच्चा भी उपयोग कर प्रोडक्ट को खरीद सकता है |
मोबाइल फ्रेंडली होना
आजकल मार्केट में ऐसी वेबसाइट भी आई है,जिसे आप कंप्यूटर के साथ ही साथ मोबाइल पर भी आसानी से ओपन कर कर अपना कार्य कर सकते हैं, इससे आप यदि कहीं बाहर भी है, तब भी मोबाइल द्वारा अपना पेमेंट कर सकते हैं |
कंटेंट का हमेशा अपडेट होते रहना
पुराने जमाने में चीजें बदलने में बहुत समय लग जाता था जिसके कारण लोगों को बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन इंटरनेट और हाई क्वालिटी सॉफ्टवेयर आने के बाद इसका प्रभाव वेबसाइट पर भी पड़ा वेबसाइट अपने कंटेंट यूजर के रिक्वायरमेंट के अनुसार अपडेट करते रहते हैं, जिससे इनमें आने वाली कमियां को तुरंत दूर किया जा सके |
वेबसाइट की क्या-क्या Advantages है ?
इसकी एडवांटेज को आप एक उदाहरण से समझ सकते हैं,
आप अपना बिजली का बिल किस तरह pay करते हैं, आपका जवाब होगा कि ऑनलाइन माध्यम से मैं अपने बिजली का बिल जमा करता हूं ऑनलाइन माध्यम कोई ना कोई Dynamic website ही होगा जिसका उपयोग कर आप अपना अपना बिल भर पा रहे हैं, नीचे आपको पॉइंट द्वारा electricity bill website का उपयोग करने से आपको क्या-क्या एडवांटेज हो रहे हैं, नीचे बताया जा रहा है
1-समय की बचत
पुराने जमाने में कहा गया है, कि समय ही धन है, पहले offline बिल जमा करने के लिए आपको बिजली विभाग के ऑफिस जाकर लाइन में खड़ा होना पड़ता था, जिसमें आपका बहुत सारा समय बर्बाद हो जाता था लेकिन ऑनलाइन वेबसाइट आने से आप घर बैठे ही अपना भुगतान कर सकते हैं |
2-विश्वसनीयता
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन डायरेक्ट बिजली विभाग के बैंकिंग अकाउंट में क्रेडिट होता है, जिसमें किसी तरह की हेरा फेरी होने की गुंजाइश नहीं रहती है, और आपका पैसा सुरक्षित जमा होता है, लेकिन पहले यह राशि bill book के माध्यम से जमा होती थी जिसमें हेराफेरी होने की गुंजाइश बनी रहती थी |
3-भुगतान का आसान तरीका
UPI payment के आ जाने से बिजली बिल पेमेंट हो या अन्य तरह के भुगतान आप सेकंडओ में अपना ट्रांजैक्शन पूरा कर सकते हैं, यह सभी वेबसाइट और इंटरनेट के कारण ही पॉसिबल हो पाया है, आज मार्केट में नए नए software आ रहे हैं, जो भुगतान के तरीके को और आसान बना रहे हैं |
वेबसाइट की क्या-क्या Disadvantages है ?
किसी भी सिस्टम के एडवांटेज और डिसएडवांटेज दोनों ही होते हैं, हम सावधानी बरतकर उसके डिसएडवांटेज को रोक सकते हैं, वेबसाइट के डिसएडवांटेज कम ही है, जैसे कि अगर आप ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हो उसी समय इलेक्ट्रिसिटी चली जाए तब आपका बिल पेमेंट पेंडिंग रह जाएगा उसी तरह virus के प्रकोप से भी कभी-कभी system crash हो जाते हैं,जिससे आप सिस्टम पर वेबसाइट को run नहीं कर पाएंगे |
आज की पोस्ट में हमने क्या सीखा
डिजिटल ट्रांजैक्शन का क्रेज जैसे-जैसे बढ़ रहा है वेबसाइट की इंपोर्टेंट वैसे ही बढ़ती जा रही हैं, चाहे mobile apps हो या डिजिटल ट्रांसफर मीडियम आज की पोस्ट में हमने website kay hai कितने प्रकार की होती हैं और इसके एडवांटेज और डिसएडवांटेज के बारे में जाना |